अयोध्या।
सोहावल की होनहार अधीक्षक डॉ. फ़ातिमा हसन रिज़वी को रुदौली ट्रांसफर किये जाने के निर्णय से पूरे क्षेत्र के लोग आहत हैं।
जहां एक ओर सामान्य डिलीवरी के लिए हजारों रुपये और ऑपरेशन (सीज़ेरियन) के लिए हज़ार से लाखो रुपये तक की कीमत निजी अस्पतालों में वसूली जाती है, वहीं डॉ. फ़ातिमा हसन रिज़वी ने अपने कार्यकाल में गर्भवती महिलाओं से एक भी पैसा खर्च नहीं करवाया।
उनकी निस्वार्थ सेवा ने उन्हें गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों की मसीहा बना दिया था। पूरे ज़िले में *115 से अधिक सफल सीज़ेरियन ऑपरेशनों का रिकॉर्ड* बनाने वाली डॉ. फ़ातिमा, महिलाओं और उनके परिवारों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं रहीं।
लेकिन, दुर्भाग्यवश, आशा बहुओं की लापरवाही का ख़ामियाज़ा उन्हें भुगतना पड़ा और प्रशासन ने उन्हें पद से हटा दिया। क्षेत्रवासी मानते हैं कि यह फैसला अन्यायपूर्ण है और उनकी सेवा भावना को ठेस पहुँचाने वाला है। लोग आज इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी करेंगे।