
अयोध्या। अयोध्या शहर के प्रतिष्ठित डॉ. अब्दुस सलाम ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि मरीज मधु पाठक की झूठी एवं बेबुनियाद शिकायतें है।उनका कहना है कि 5 नवम्बर 2024 को मेरी चिकित्सा इकाई पर मरीज श्रीमती मधु पाठक, जो एक सड़क दुर्घटना (बाइक-सूटी की टक्कर) में घायल हुई थीं,उसे भर्ती किया गया। उनकी दाईं टांग की हड्डी (टिबिया तथा फिबुला) टूटी हुई थी। यह एक ऑपरेशन का मामला था, जिसे 15 नवम्बर 2024 को सफलतापूर्वक किया गया, और मरीज की अनुरोध पर 18 नवम्बर 2024 को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई।उन्होंने कहा मधु पाठक ने डॉक्टर की सलाह को लगातार नज़रअंदाज़ किया। उन्होंने समय से पहले चलना शुरू कर दिया और प्लास्टर भी समय से पहले खुद से हटा लिया। ऑपरेशन के बाद हड्डी जुड़ने की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी, इसके बावजूद उन्होंने कई सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और लखनऊ में एक विवाह समारोह में भी बिना बैसाखी के शामिल हुईं। यह सब डॉक्टर की सलाह के खिलाफ था।वही कहा एक बार वह रसोई में चाय बनाते समय गिर गईं, जिससे ऑपरेशन वाली जगह पर फिर से चोट आई। जांच में सामने आया कि प्लेट पर समय से पहले ज़्यादा भार पड़ने और गिरने की वजह से वह टूट गई थी। उन्हें पीटीबी (PTB) शू पहनने और वजन न डालने की सलाह दी गई थी, परंतु उन्होंने उसे भी अनदेखा किया।उन्हें स्पष्ट रूप से बताया गया था कि हड्डी पूरी तरह से जुड़ने के बाद प्लेट को निकाला जाएगा। उनकी अंतिम विज़िट मेरे पास 4 मई 2025 को हुई थी, जब उन्हें दोबारा पीटीबी शू पहनने की सलाह दी गई, जिसे उन्होंने फिर नहीं माना।वही मधु पाठक अत्यंत सक्रिय और हठी स्वभाव की महिला हैं, जो मेरी किसी भी चिकित्सीय सलाह का पालन नहीं कर रही थीं। अब वे झूठे आरोप लगाकर मुझ पर दोषारोपण कर रही हैं ताकि आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकें। यह स्पष्ट किया जाता है कि उनके सभी आरोप पूरी तरह से झूठे, बेबुनियाद एवं मनगढ़ंत हैं। उनके ऑपरेशन में “Incito India” कंपनी की उच्च गुणवत्ता वाली 9 होल टाइटेनियम ट्विन लॉक कम्प्रेशन प्लेट का प्रयोग किया गया था, जो एक विश्वसनीय और प्रतिष्ठित उपकरण है।मेरे पास इस पूरे मामले से संबंधित समस्त साक्ष्य उपलब्ध हैं, जिनसे यह सिद्ध होता है कि किसी भी प्रकार की चिकित्सीय लापरवाही नहीं हुई है। यदि कोई संस्था या व्यक्ति उनके झूठे आरोपों को प्रकाशित या प्रचारित करता है, तो मैं अपना पक्ष साक्ष्यों के साथ प्रस्तुत करने को तैयार हूं।