
अयोध्या
आज 14 अप्रैल 2025 को सिठौली
में पंचायत भवन के साथ-साथ बाबा भीमराव अंबेडकर जी के स्थान पर भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है। इस अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया और कल से कीर्तन एवं भजन कीर्तन शुरू होंगे।इस अवसर पर ग्राम प्रधान शिव सरन उर्फ़ पप्पू, यादव अध्यक्ष राकेश कुमार गौतम, विनोद कुमार, उपाध्यक्ष उत्तम कुमार वर्मा, डा पिंटू,वीरेंद्र कुमार, कोसा अध्यक्ष प्रमोद कुमार गौतम, जगरूप,डॉक्टर रिंकू, महेश चंद, गिरधारी लाल,नरेंद्र कुमार,सुभाष चंद्र, विनीत कुमार, रघुनाथ गौतम, संजय कुमार रावत, रामू रावत, जगदीश वर्मा, पूर्व प्रधान सिठौली राज कुमार वर्मा,पवन कुमार वर्मा, गुरु सरन, केशव राम बाबा अमर चंद्र ,राज कुमार, अभिषेक कुमार यादव,के साथ साथ भारी सुरक्षा व्यवस्था में लगे पटरंगा पुलिस बल मौजूद रहा हल्का प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह कांस्टेबल अवनीश सिंह, कांस्टेबल संजय कुमार, 112 के ड्राइवर जीतेन्द्र कुमार सिंह 112के S. I. तिलकु राम , 112 कांस्टेबल मुनींद्र सिंह होम गार्ड सिद्धनाथ सिंह, चौकीदार चेतराम आदि समस्त ग्रामवासी और क्षेत्रवासी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
प्रधान शिव सरन उर्फ़ पप्पू यादव ने बताया बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। वह एक महान नेता, अर्थशास्त्री, विधिवेत्ता और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। वह स्वतंत्र भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री भी थे और भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पवन कुमार वर्मा ने बताया
संविधान निर्माता: भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
राकेश कुमार गौतम ने बताया की
दलित अधिकार: दलितों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और उनके सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए काम किया
जाखौली ग्राम प्रधान प्रतिनिधि माताफेर चौरसिया ने बताया कि
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया और लोगों को शिक्षित करने के लिए काम किया
पंचायत सहायक अरविंद कुमार यादव ने बताया कि
समाज सुधार: समाज में व्याप्त कुरूतियों और छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ी और समाज सुधार के लिए काम किया। भाजपा द्वितीय जिला पंचायत प्रत्याशी
देवी प्रसाद लोधी ने बताया कि
बाबा साहब की जयंती पर आयोजित कार्यक्रमों में उनके जीवन और कार्यों को याद किया जाता है और उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया जाता है।