संध्या आरती के साथ श्रद्धा और आस्था में डूबी रहीं व्रती महिलाओं की भीड़
अयोध्या। रूदौली की रामनगर कॉलोनी इन दिनों भक्ति और आस्था के रंग में पूरी तरह रंगी हुई है। चार दिवसीय लोक आस्था का पर्व छठ महापर्व यहां पूरे उत्साह, श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सोमवार शाम जैसे ही सूर्य अस्त होने को हुआ, वैसे ही रामनगर कॉलोनी का पूरा माहौल ‘जय छठी मइया’ के जयकारों से गूंज उठा।
सुहागिन महिलाओं ने परंपरागत वेशभूषा में सजकर अस्त होते सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। हर साल की तरह इस वर्ष भी श्रद्धालु महिलाओं ने कॉलोनी में गड्ढा खोदकर उसमें जल भरकर अस्थायी तालाब तैयार किया और पूरे विधि-विधान से छठी मैया की पूजा-अर्चना की।
निर्जला व्रत रखकर पूरे दिन उपवास करने वाली व्रती महिलाएं भगवान सूर्य को नमन करते हुए अपने परिवार की खुशहाली और समाज की शांति के लिए प्रार्थना करती नजर आईं। तालाब पर आकर्षक सजावट की गई थी, जिसमें दीपों की रोशनी और फूलों की साज-सज्जा ने भक्ति का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया।
छठ व्रत कर रहीं श्रद्धालु वंदना मिश्रा ने कहा छठ महापर्व हमारे जीवन का सबसे पवित्र पर्व है। यह सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि आत्मसंयम, भक्ति और परिवार के प्रति समर्पण का प्रतीक है। हम भगवान सूर्य से अपने घर-परिवार की खुशहाली और सबके कल्याण की प्रार्थना कर रहे हैं।
वहीं श्रद्धालु मंजू मिश्रा ने कहा छठ पूजा हमारी लोक संस्कृति की पहचान है। इस पर्व में जो अनुशासन और पवित्रता होती है, वही इसे सबसे विशेष बनाती है। छठी मइया से यही प्रार्थना है कि सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे
इस अवसर पर आशा मिश्रा, वंदना मिश्रा, राजन मिश्रा और धर्मेंद्र मिश्रा सहित कॉलोनी के कई श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कल प्रातःकाल उदय होते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही छठ महापर्व का विधिवत समापन होगा।
रामनगर कॉलोनी में हर वर्ष की तरह इस बार भी आस्था का यह पर्व भक्ति, समर्पण और सनातन परंपराओं की जीवंत मिसाल बनकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।