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जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में नर्सों की लापरवाही से हंगामा

Muhammad Alam
Muhammad Alam
Updated Oct 4, 2025
जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में नर्सों की लापरवाही से हंगामा

बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर नहीं मिला तुरंत इलाज, तीमारदारों ने जताया विरोध


अयोध्या। जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में शुक्रवार/शनिवार की रात इलाज में लापरवाही को लेकर तीमारदारों ने जमकर विरोध किया। मामला तब गर्मा गया जब संदिग्ध बुखार और झटके से पीड़ित एक बच्चे की तबीयत बिगड़ने के बावजूद तैनात नर्स ने कोई कार्रवाई नहीं की। तीमारदारों के शोर मचाने के बाद ही बच्चे का इलाज शुरू हुआ।
रातभर कई बच्चों के तीमारदारों को यही परेशानी झेलनी पड़ी किसी भी बच्चे को दिक्कत होने पर ड्यूटी पर तैनात नर्सों के असहयोग के चलते विरोध के बाद ही इलाज मिला। सुबह सूचना मिलने पर अस्पताल अधीक्षक डॉ. अजय चौधरी ने बाल वार्ड का निरीक्षण किया और कर्मचारियों से पूछताछ की।
शासन की ओर से संदिग्ध बुखार और झटके के मामलों में त्वरित उपचार के सख्त निर्देश पहले से जारी हैं। इसके बावजूद लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। बेड नंबर आठ पर भर्ती सुनीता देवी ने बताया कि दो अक्टूबर को उन्होंने अपने बच्चे को भर्ती कराया था। बच्चे को लगातार बुखार और झटके आ रहे थे। उनका आरोप है कि रात में नर्स ने गलत तरीके से वीको लगाया जिससे हाथ सूज गया। जब बुलाने गए तो बाहर दिखाने के लिए कहा गया।
वहीं, तीमारदार रुबी श्रीवास्तव ने बताया कि उनके बगल में भर्ती बच्चे का वीको निकल गया था। जब उसकी नानी नर्स के पास दोबारा वीको लगाने गईं तो नर्स ने इंकार कर दिया, जबकि बच्चे की हालत बिगड़ रही थी। उन्होंने कहा नर्स का व्यवहार बेहद रूखा था।
तीमारदार मोहम्मद सलीम ने बताया कि रात करीब 11 बजे नर्स सो गई थी। जब मरीज की हालत बिगड़ी तो उसने इलाज के बजाय बैठ जाने को कहा। वहीं, नवाबगंज (गोण्डा) से आई एक महिला तीमारदार ने बताया कि उसके बच्चे को निमोनिया था। रात में भाप देने की जरूरत पड़ी तो नर्स ने स्टाफ न होने का बहाना बना दिया। बाद में जब अन्य तीमारदारों ने विरोध किया, तब जाकर भाप दी गई।
अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात संबंधित नर्स के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि मैटर्न को निर्देश दिए गए हैं कि आरोपी नर्स को तत्काल ड्यूटी से हटाया जाए।