अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में सोमवार को हुई करीब चार घंटे की लगातार मूसलधार बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी। शहर के अधिकांश इलाके जलभराव की चपेट में आ गए और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। अयोध्या धाम राम जन्मभूमि रेलवे स्टेशन, श्रीराम चिकित्सालय, मुख्य मार्गों से लेकर मोहल्लों की गलियों तक पानी भर गया। कई स्थानों पर तो स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि लोग घरों में कैद होकर रह गए।
सबसे बुरी हालत रेतिया स्थित निषाद नगर वार्ड की रही, जो पूरी तरह जलमग्न हो गया। यहां नाले का गंदा और बदबूदार पानी घरों के भीतर घुस गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मोहल्ले की गलियों और घरों के आंगन में भरे गंदे पानी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। इनमें साफ दिख रहा है कि अधूरे नाले का निर्माण और जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था न होने से लोग किस तरह दुश्वारियों का सामना कर रहे हैं।
नगर निगम की लापरवाही एक बार फिर कटघरे में है। बरसात शुरू होने से पहले नालों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था का दावा करने वाले निगम के अधिकारी अब सवालों के घेरे में हैं। लोगों का कहना है कि यदि समय से निर्माण कार्य पूरे हो जाते और नालों की सफाई नियमित रूप से होती, तो यह स्थिति नहीं बनती।
ग्रामीण इलाकों में भी बारिश का असर दिखाई दिया है। कई जगह सड़कें जलमग्न हो गईं और लोगों का आवागमन प्रभावित हुआ है। हालांकि किसानों के लिए यह बारिश राहत लेकर आई है। धान की फसल के लिए इसे अमृत समान माना जा रहा है और किसानों ने प्रकृति का शुक्रिया अदा किया है।
अब शहरवासी प्रशासन और नगर निगम से अपेक्षा कर रहे हैं कि जलभराव की समस्या का जल्द से जल्द स्थायी समाधान निकाला जाए। अन्यथा हर साल की तरह इस बार भी बरसात नगर निगम की लापरवाही का बोझ जनता को ही उठाना पड़ेगा।