*निराधार अफवाह और भ्रमवश बाहरी असामाजिक तत्वो द्वारा दुखद घटना को अंजाम दिया गया*
अयोध्या।
चीनी मिल प्रबंधन ने विभागीय जांच उपरांत अवगत कराया है कि, किसानों की आपसी कहासुनी और झूठी अफवाह से उत्पन्न विवाद ने अकारण मारपीट का रूप ले लिया। जब तक दोनो पक्ष सच्चाई समझ पाते अचानक बाहरी अराजक तत्वो के पहुचने से मामूली कहा-सुनी की घटना हल्की मारपीट मे बदल गयी। उदण्ड असमाजिक लोग अपने गलत मंसूबे मे सफल हो गये। उत्पन्न विवाद को मौके पर मौजूद चीनी मिल यार्ड पर तैनात ड्यूटी कर्मियों ने शातं कराने का भरसक प्रयास किया और गलतफ़हमी दूर करने मे लगे रहे। समस्त मिल स्टाफ धीरज बनाए रखने की अपील करते दिखायी दे रहे थे। सभी किसान भाई और चीनी मिल स्टाफ एक दूसरे से परिचित है और बंधुत्व का रिश्ता सदैव बनाए रहते है। किंतु उत्पन्न भ्रम की स्थित मे स्थल पर पहुचे सुरक्षा अधिकारी ऋषी सिह को किसानो द्वारा चोटे पहुंचाई गयी। जो कि चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे थे। चीनी मिल के प्रबंधतंत्र ने बताया कि किसानों ने आपस में मारपीट भ्रमवश की है। मारपीट होते देख मिलकर्मी बचाव के लिए मौके पर पहुंचे। उनके अनुसार अगोला पत्ती व सूखे गन्ने की दो ट्रैक्टर ट्राली को मिल कर्मियों ने किनारे लगाने को कहा था। इसके बाद दोनों किसानो ने कुछ किसानों के कहने पर खाली ट्राली निकलने वाले रास्ते को अवरुद्ध कर दिया। मिल कर्मियों के समझाने पर एक किसान ने जाम हटाने के लिए अपनी ट्रैक्टर ट्राली आगे बढ़ा दी तो दूसरे किसानों ने उस किसान को भ्रमवश मिल का चालक समझकर उसके साथ अकारण मारपीट करनी शुरू कर दी। भ्रमवश वंहा मौजूद साथ मे आयेh अन्य किसानों ने भी बिना सच्चाई जाने-समझे मारपीट करना शुरू कर दिया। मिल कर्मी केवल बचाव की मुद्रा मे रहे। किसी भी किसान से मिल कर्मचारियों द्वारा मारपीट व कोई अभद्र व्यवहार नही किया गया। प्रचारित भारी विवाद का रूप देना निराधार और अफवाह मात्र है।
घायल किसान को चीनी मिल की एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। जो की ठीक एवं स्वस्थ है और अपने घर पर है। किसानों के हित मे चीनी मिल रौजागांव लगातार कदम से कदम मिला कर खडी है और किसानो को दी जाने वाली सुविधाओं को बढ़ाने मे लगी है। चीनी मिल उन्नतिशील कृषि यन्त्र, शुध्द गन्ना प्रजाति, बुवाई विधि, कीटनाशी रसायन, फसल की देखरेख, स्थलीय निरीक्षण, गन्ना गिरने से बचाने का प्रयास, सिचाई गुड़ाई, अनुदानित राशि पर जैविक पोटाश, मार्गदर्शन उपलब्ध कराने मे अग्रणी भूमिका निभा रही है। मौजूदा गन्ना खरीद सत्र 2024-25 मे इस सलाह के साथ कि चीनी मिल को साफ-सथरा हरा अगोला बंधन का ध्यान रखते हुए निश्चिंत होकर किसान भाई गन्ना आपूर्ति करे। चीनी मिल नियमित रूप मे यथाशीघ्र गन्ना मूल्य भुगतान कर रही है।
चीनी मिल और किसान एक दूसरे के पूरक और सहयोगी रहे है। सहभागिता अन्तर्गत चीनी मिल आपकी ही है। हम दोनो का परस्पर हित सहयोग मे निहित है।