अयोध्या।जिले में एक बार फिर एक ईमानदार और सख्त अफसर का ट्रांसफर चर्चा का विषय बना हुआ है। लगातार अपनी निष्पक्ष कार्यशैली और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े रुख के लिए पहचान बनाने वाले इस अधिकारी को अब सहायक नगर आयुक्त, सहारनपुर के पद पर भेजा गया है। हाल ही में वे सोहावल तहसील में न्यायिक एसडीएम के रूप में तैनात थे।
इससे पहले रूदौली तहसील में उनके कार्यकाल ने जनता के बीच नई मिसाल कायम की थी। उनके आने के बाद वर्षों से लंबित कई पुराने विवादित मामलों का समाधान हुआ, वहीं तहसील में व्याप्त घूसखोरी और भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से अंकुश लगा। जनसुनवाई में रोजाना लंबी कतारें लगती थीं, लेकिन जनता का विश्वास था कि अब हमारी सुनवाई ज़रूर होगी।
गरीब और मजलूम वर्ग के लोग खुलकर अपनी बात रखते थे, और अफसर हर फरियादी की शिकायत को गंभीरता से सुनते थे।
रूदौली में उनकी सख्त कार्यशैली से भ्रष्टाचारियों में हड़कंप मच गया था। यही कारण है कि अब ट्रांसफर के बाद कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर अफसर के खिलाफ अभद्र भाषा और झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
हालांकि, जनता का बड़ा वर्ग उनके समर्थन में खुलकर सामने आया है।लोगों का कहना है कि जो अफसर गरीबों की सुनता था, न्याय दिलाता था और घूसखोरी पर रोक लगाता था, उसी की ईमानदारी अब उसकी गलती बन गई। रूदौली की जनता का मानना है कि जो लोग उनके खिलाफ पोस्ट कर रहे हैं, वे वही लोग हैं जिनके अनुचित कार्यों पर उन्होंने लगाम लगाई थी।
जनता ने कहा ऐसे अधिकारी पद से नहीं, अपने कर्मों से पहचान बनाते हैं। आज भले वे सहारनपुर में हों, लेकिन रूदौली के लोगों के दिलों में हमेशा रहेंगे।